गर्मियों के मौसम में मिलावटखोरी पर लगाम लगाने के लिए राजस्थान सरकार ने 19 अप्रैल से एक विशेष मिलावट विरोधी अभियान 2025 की शुरुआत की है। यह अभियान पूरे राज्य में 5 मई तक चलाया जाएगा, जिसका उद्देश्य आम लोगों को शुद्ध और सुरक्षित खाद्य सामग्री उपलब्ध करवाना है।
इस अभियान की शुरुआत मुख्यमंत्री श्री भजन लाल शर्मा और चिकित्सा मंत्री श्री गजेन्द्र सिंह खींवसर के निर्देश पर की गई है।
तीन दिनों में 487 निरीक्षण, 1261 सैंपल लिए गए
राज्य में इस अभियान के पहले तीन दिनों (19 से 21 अप्रैल) में ही 487 जगहों पर निरीक्षण किया गया और कुल 1261 खाद्य सामग्री के नमूने लिए गए। इनमें से:
- 507 सैंपल कानूनी कार्रवाई (Enforcement) के लिए
- 754 सैंपल निगरानी (Surveillance) के तहत लिए गए हैं।
9189 किलो मिलावटी सामग्री नष्ट, 15968 किलो सीज
खाद्य सुरक्षा आयुक्त श्री एच. गुईटे के अनुसार, जिन खाद्य सामग्रियों में मिलावट की आशंका थी, उन्हें तुरंत कार्रवाई के तहत 9189 किलो सामग्री नष्ट और 15968 किलो सामग्री सीज की गई है। इनमें मुख्य रूप से:
- दूध और डेयरी उत्पाद
- मिठाइयां
- शीतल पेय
- नमकीन और स्नैक्स
जैसे उत्पाद शामिल हैं, जो गर्मियों में सबसे अधिक बिकते हैं।
हर FSO को 60 नमूने लेने का लक्ष्य
इस अभियान के दौरान हर जिले के खाद्य सुरक्षा अधिकारी (FSO) को कम से कम 60 नमूने लेने का टारगेट दिया गया है। पूरे अभियान की राज्य स्तर पर प्रतिदिन निगरानी की जा रही है ताकि मिलावटखोरी को पूरी तरह रोका जा सके।
सरकार ने आम जनता से भी अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध या खराब खाद्य सामग्री की जानकारी तुरंत निकटतम खाद्य सुरक्षा अधिकारी को दें ताकि त्वरित कार्रवाई की जा सके।