जयपुर: राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद द्वारा प्रदेश के कक्षा 1 से 8 के विद्यार्थियों के पठन कौशल को सुधारने के लिए ‘प्रखर राजस्थान अभियान’ का आयोजन 9 सितंबर से 2 अक्टूबर तक किया जाएगा। इस अभियान का उद्देश्य बच्चों में पढ़ने और समझने की मूलभूत क्षमताओं का विकास करना है।
राज्य परियोजना निदेशक एवं आयुक्त, राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद श्री अविचल चतुर्वेदी ने शुक्रवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इस अभियान की तैयारियों की समीक्षा की और इसे सफल बनाने के लिए अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
अभियान की विशेषताएं:
- पठन कौशल विकास: कक्षा 1 से 8 के विद्यार्थियों में पढ़ने की प्रवाहशीलता और समझ विकसित करना।
- समर्पित समय: शिविरा पंचांग के तहत स्कूलों में हर दिन का सातवां पीरियड ‘रीडिंग पीरियड’ के रूप में निर्धारित किया गया है।
- संसाधनों का उपयोग: बच्चों को पढ़ने के लिए उपलब्ध पुस्तकों और संसाधनों का अधिकतम उपयोग करने के अवसर दिए जाएंगे।
- स्थानीय भाषा का समावेश: कक्षा में स्थानीय भाषा में कहानियां, गीत और अन्य रोचक गतिविधियों को शामिल किया जाएगा।
अभियान का उद्देश्य:
इस कार्यक्रम का उद्देश्य न केवल बच्चों के पठन कौशल में सुधार करना है, बल्कि उनकी अवधारणाओं को समझने की क्षमता को भी बढ़ावा देना है। इसके लिए प्रेरक और अनुकूल वातावरण का निर्माण किया जाएगा, जिससे बच्चे पढ़ने में रुचि लें।
इस वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में शिक्षा निदेशालय के वरिष्ठ अधिकारी, आरएससीईआरटी, यूनिसेफ एवं आरईआई पार्टनर्स के साथ अन्य महत्वपूर्ण विभागों के अधिकारी शामिल हुए।