Vermi Compost Ikai Anudan Yojana Rajasthan 2025: राजस्थान सरकार ने किसानों को जैविक खेती की ओर प्रोत्साहित करने के लिए “वर्मी कम्पोस्ट इकाई अनुदान योजना 2025” की शुरुआत की है। यह योजना खासतौर पर उन किसानों के लिए लाई गई है जो कम लागत में बेहतर खेती करना चाहते हैं और पर्यावरण को भी नुकसान नहीं पहुँचाना चाहते। रासायनिक खादों के बढ़ते दाम और उनके दुष्प्रभावों को देखते हुए अब सरकार खुद किसानों को जैविक खाद उत्पादन के लिए प्रेरित कर रही है।
राजस्थान वर्मी कम्पोस्ट इकाई अनुदान योजना
राजस्थान वर्मी कम्पोस्ट इकाई अनुदान योजना के तहत किसानों को वर्मी कम्पोस्ट ईकाई स्थापित करने पर 50 प्रतिशत या अधिकतम ₹50,000 तक का अनुदान दिया जाएगा। यह अनुदान किसानों को दो विकल्पों – RCC वर्मी कम्पोस्ट इकाई या HDPE बेड वर्मी कम्पोस्ट इकाई – में से किसी एक के लिए मिलेगा। जहां RCC यूनिट पर ₹50,000 तक का सहयोग मिलेगा, वहीं HDPE बेड के लिए अधिकतम ₹8000 की सहायता मिलेगी।
वर्मी कम्पोस्ट इकाई अनुदान योजना के लिए RAJ-KISAN अप्लाई करे
राज्य सरकार का लक्ष्य है कि कुल 5000 वर्मी कम्पोस्ट इकाइयां स्थापित की जाएं। इससे एक ओर जहां किसानों को प्राकृतिक खाद उपलब्ध होगी, वहीं दूसरी ओर मृदा की उर्वरकता भी बढ़ेगी और फसलों की गुणवत्ता बेहतर होगी। इस योजना का लाभ लेने के लिए किसान के पास न्यूनतम 0.4 हेक्टेयर कृषि भूमि और छह महीने पुरानी जमाबंदी होना अनिवार्य है। साथ ही, किसान को यह सुनिश्चित करना होगा कि उसके पास वर्मी कम्पोस्ट उत्पादन के लिए पर्याप्त पानी और पशुधन मौजूद है। आवेदन की प्रक्रिया भी पूरी तरह ऑनलाइन है, जिसे किसान SSO ID के जरिए RAJ-KISAN पोर्टल पर जाकर पूरा कर सकते हैं।
वर्मी कम्पोस्ट इकाई अनुदान योजना के फ़ायदे
वर्मी कम्पोस्ट के इस्तेमाल से खेती की लागत में भारी कमी आती है और इससे उत्पादित फसलें बाज़ार में अच्छे दाम पर बिकती हैं। यही वजह है कि सरकार इस योजना के ज़रिए किसानों की आय बढ़ाने और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास कर रही है। यदि आप राजस्थान के किसान हैं और अपने खेत में जैविक उत्पादन शुरू करना चाहते हैं, तो यह योजना आपके लिए एक सुनहरा मौका हो सकता है। प्राकृतिक खेती की ओर यह छोटा सा कदम, आपके भविष्य को बड़ा बना सकता है।